कु शानू । दुनिया के गिने-चुने तानाशाहों में शुमार कर्नल मुअम्मार गद्दाफी सिरते पर कब्जा पाने की लड़ाई में मारा गया। गद्दाफी की मौत सिर में गोली लगने से हुई है। हालांकि इन खेबरों की आधाकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। खबरों की मानें तो गद्दाफी की मौत उसके गृहनगर सिरते में हुई है। इससे पहले गद्दाफी के घायल हो जाने के बाद उसको गिरफ्तार करने की खबर आ रही थी मगर अब एएफबी ने जो फोटो जारी की गई है उससे गद्दाफी के मौत की पुष्टि हो रही है।
न्यूज चैनलों की रिपोर्ट की मानें तो गद्दाफी के साथ ही साथ लिबिया सेना प्रमुख को भी नाटो सेना ने मार गिराया है और गद्दाफी के बेटे मुतस्तिम और अब्दुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गद्दाफी पिछले काफी दिनों से एक गड्ढे में छुपा हुआ था। मालूम हो कि गद्दाफी ने 40 साल तक लीबिया पर राज किया था। और अब नाटो सेना ने गद्दाफी के गृहनगर सिरते को अपने कब्जे में ले लिया है।
उल्लेखनीय है कि गद्दाफी के लिए गृह नगर सिरते एक ऐसा अकेला शहर था जहां गद्दाफी के वफादार सुरक्षा बलों का अब तक कब्जा बरकरार था। गद्दाफी लीबिया में 1969 में सत्तारूढ़ हुआ था। गत फरवरी में भड़के जनांदोलन की वजह से उसे अपदस्थ होना पड़ा था। तभी से नाटो सेना गद्दाफी के ठिकानों की तलाश कर रही थी। सूत्रों की मानें तो सिरते में अभी भी गोलीबारी जारी है।
तानाशाह से छुटकारा पाये जाने के कारण वहां राष्ट्रीय गान गाए जा रहे हैं। अलजजीरा के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार नेशनल ट्रांजिशनल काउंसिल (एनटीसी) के लड़ाकों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। मुअम्मर गद्दाफी के गृहनगर सिर्त पर कब्जा कर लेने के बाद एनटीसी समर्थक लड़ाके जश्न मनाते देखे गए है। वे हवा में गोलियां चला रहे थे और राष्ट्रगान गा रहे थे। खुशी में झूम रहे एनटीसी लड़ाकों ने अंगुलियों से विजय का चिन्ह दिखाया। लड़ाके अल्ला हो अकबर (खुदा सबसे बड़ा है) के नारे लगाए और झंडा लहराया।